Sunday, April 5, 2009

युवाओँ की भड़ास


आज हमारे देश को एक युवा नेतृत्व की सक्त जरुरत है एक युवा ही समाज को बदल सकता है एक युवा ही समाज में फैले आतंकवाद और नक्सलवाद का मुहतोड़ जबाब दे सकता है एक युवा ही हमें निर्णायक और मजबूत सरकार दे सकता हैमगर आज भी हर राजनीतिक पार्टी में सिर्फ और सिर्फ युवाओँ का शोषण हुआ है आज विधानसभा हो या लोकसभा सभी चुनावो में प्रत्याशियौ के जीत का श्रेय युवाओँ को ही जाता है क्योकि युवा ही दिनरात मेहनत कर के प्रत्याशी को सफलता दिलाता हैहर राजनीतिक पार्टी युवाओँ को जोड़ने के लिए उसे ३३% के आरक्षण की बात कहती है मगर चुनाव के दौरान उन्हें टिकट देने की ओपचारिकता मात्र कर दी जाती है और उन्हें चुनाव प्रचार की कमान का झुनझुना पकडा दिया जाता हैआज जहा भी राजनितिक पार्टियों ने युवाओँ को अवसर दिया है वहा यूवा 90% तक खरा उतरा है जबकि ये बुढे नेता टिकट बटवारे को लेकर आपस में लड़झगड़ कार आपसी भीतरघात पैदा क़र पार्टी और अपनी हार का कारण बनते है

आज राहुल गाधी युवाओँ को आरक्षण दिलाने के लिए संघर्ष रत है जिसकी मै प्रशंसा करता हु आज जितने भी आन्दोलन हो रहे है उनका सफल नेतृत्त्व एक युवा ही करता है आज रमन सरकार छात्र हित और युवा हित में एक पैसा का कम नहीं क़र रही है इसी के विरोध में आन्दोलन के डर को कारण आज भा.ज.पा. शासित प्रदेश में छात्र संघ चुनाव में रोक लगा दी गई है मगर भा.ज.पा. छात्र संघ को रोक नही सकती वो छात्र संघ तो रोकसकती है मगर छात्रों के इरादों को नहीं आज छ.ग. में बेरोजगारी दिनों दिन बढती जा रही है मगर बेरोजगारो को नौकरी तो दूर बेरोजगारी भत्ता तक नसीब नहीं हो रहा है
आखीर कबतक हम युवाओँ का शोषण होता रहेगा .........जागो यूवा जागो अपना अधिकार मांगो................{अम्बर जायसवाल पेंड्रा {N.S.U.I प्रसीडेंट}


जाग रहा है युवा सावधान नेता
इससे ये तो समझ में आने लगा है की अब युवा जाग रहा है उसे ये भी पता है कि चुनाव में प्रचार से लेकर पोलिग बूथ में अपने प्रत्याशी की कमान सभालते हुए युवा ही तैनात रहता है , है बावजूद उसके उसे सीर्फ़ ठोकरे ही मिलती है तो बस अब वो दिन दूर नहीं जब नेता तो नाम का नेता होगा ................

0 comments:

Post a Comment

कुछ तो कहिये, क्यो की हम संवेदन हीन नही

Post a Comment

कुछ तो कहिये, क्यो की हम संवेदन हीन नही