Saturday, March 14, 2009

मै चाँद बनना चाहता हू



मै चाँद बनना चाहता हू , सुनकर आश्चर्य हुआ आपको , नही होना चाहिए अगर आप भी शादी शुदा है ऊपर से हिन्दू और आपका दिल कही किसी पर आजाये ,नहीं गलती हो गई , आपको प्यार करने का मन करने लगे ,कोई आपको अच्छा लगता है तब तो बहुत मुश्किल हो गई पर घबराइये नही अब ये सब संभव है रास्ते आपके सामने है बिलकुल बस आवश्यकता है इस प्यार को पूरा करने के लिए लड़की की बस फिर आप भी पहली पत्नी के होते हुए चाँद मोहम्म्द याफिर कुछ और नाम के साथ जब तक जी करे अपने प्यार को परवान चढा सकते है कोई मुझसे ये करने कहता तो एक क्यों मुस्लिम में तो कम से कम चार की इजाजत है तो मै ३ और को इसमें शामिल कर ही सकता था बाद में भले पहली को छोड़ कर सबको तलाक़ दे देता . तो बस आप सोचिये मत आपका मन अल्पकालीन समय के लिए इश्क मोहबत करना चाहता है तो आप ऐसा कर सकते है ये मै नहीं चाँद , चाँद मोहम्द और फिजा ,उनके न्यूज़ चैनेलो में चर्चित खबरों को देख कर तो ऐसा ही लगता है. मैने ये वाकया टीवी में आने वाले सीरियल भंवर में देखा था पर ये इस धटना के पहले कि बात है टीवी सीरियल भंवर १९८४ -८५ में बना होगा सच्ची घट्नवों पर आधारित इस सीरियल में ऐसे ही एक सच्ची घटना ऊललेख किया गया था ठीक वैस ही उसमे भी चाँद की तरह पहले वो मुस्लिम और बाद में फिर हिन्दू बन जाता है कहते ही कि हर चीज के दो पहलु होते है अगर फायद भी है तो नुकसान भी अब हमें तय करना है की हम किस रास्ते को और क्यो चुने इस पुरे प्रकरण में एक और बात उभर के आ रही है कि क्या ये सब इतना आसन है और अगर है तो इसमें परिवर्तन या रोक कि आवश्यकता है अगर यु ही घर्म परिवर्तन से एक के आलावा और भी पत्नियो के प्यार को परवान चढाया जा सकता तो भारत में तो प्यार करने वालो कि कमी नहीं है ऐसे में वे सभी अपने प्यार को परवान च्ढाना चाहेगे जो सबल है क्यों की तलक के बाद उसे मेहर की रकम और भर पोषण जो देना होगा हा ये बात और है की आप जिसेप्यार करना चाह रहे है वो उस लायक है की नहीं यह देखना होगा . घटना उपरांत मुझे तो ऐसा ही लगा रहा है की बस आप तो देखते जाइये की इंडिया में कितने चाँद मोहन जन्म लेते है या फिर चाँद का ही फिर से मन किसी पे आ जाये तो मुस्लिम बनाने की मनाही तो है नहीं फिर से ४ माह के लिए धर्म परिवर्तन कर लेगे

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कुछ तो कहिये, क्यो की हम संवेदन हीन नही

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